September 8, 2024

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भयभीत व्यक्ति की प्रार्थना

हे प्रभु, आप सर्वव्यापी पिता हैं। आपके पुत्र, प्रभु यीशु मसीह ने एम्मानुएल बन कर हमारे बीच निवास किया। उन्होंने हमें आश्वास्न दिया है कि वे संसार के अन्त तक हमारे साथ रहेंगे। मैं विश्वास करता हूँ कि आप मेरे साथ है। आप वास्तव मैं मुझसे भी ज्यादा मेरे करीब हैं। मेरे हृदय से हर… Continue reading भयभीत व्यक्ति की प्रार्थना

बीमारी के समय प्रार्थना

हे ईश्वर, हमें तू इसलिए दुख-तकलीफ़ में पड़ने देता है कि हमें तेरे विषय सोचने को अधिक समय मिले; कि सांसारिक सुख-विलास से हमारा मन दूर रहे; कि अपने तथा अन्यों के पापों के लिए क्षमा माँग सकें और इन पापों के प्रायश्चित स्वरूप तुझे कुछ बलिदान चढा सकें। मुझे यह कृपा दे कि इस… Continue reading बीमारी के समय प्रार्थना

प्रज्ञा के लिए विनती

सुलेमान ने प्रार्थना की और उन्हें प्रज्ञा मिली। वे राजदण्ड, सिंहासन, धन-दौलत, अमूल्य रत्न, सोना, चाँदी, स्वास्थ्य तथा सौदर्य से अधिक प्रज्ञा चाहते थे। उन्होंने तुझ से प्राप्त प्रज्ञा को अपनी ज्योति बनाने का निर्णय लिया। आज मैं तुझ से प्रार्थना करता हूँ कि मुझे अपनी प्रज्ञा प्रदान कर ताकि मैं तेरे वरदानों का मूल्य… Continue reading प्रज्ञा के लिए विनती

क्रूसित यीशु से प्रार्थना

हे क्रूसित यीशु, मैं आपको प्रणाम करता हूँ। मुझ पापी के लिए आपने क्रूस पर अपने प्राण त्याग दिए। आपकी कृपा अपार है और आपका प्यार असीम। आपने मुझे अपने दैनिक जीवन का क्रूस ठोकर आपके पीछे चलने का आह्वान किया है। मुझे शक्ति दीजिये कि मैं अपने जीवन में आनेवाले दुःख-तकलीफों को सहर्ष स्वीकार… Continue reading क्रूसित यीशु से प्रार्थना

प्रार्थना आत्मिक रूप से परमेश्‍वर के साथ हमारा सम्पर्क स्थापित करती है

मत्ती 21:22 – जो कुछ तुम प्रार्थना में विश्‍वास से माँगोगे वह सब तुम को मिलेगा। प्रार्थना एक ऐसा स्रोत है जो आत्मिक रूप से परमेश्‍वर के साथ हमारा सम्पर्क स्थापित करती है। यह परमेश्‍वर और हमारे मध्य सीधे सम्बन्ध को बना देती है। प्रार्थना में असाधारण सामर्थ्य होता है क्योंकि केवल इसी के द्वारा… Continue reading प्रार्थना आत्मिक रूप से परमेश्‍वर के साथ हमारा सम्पर्क स्थापित करती है