September 8, 2024

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संकट के समय प्रार्थना

हे प्रभु पददलितों के आश्रय और हमारा शरणस्थान, मैं विश्वास करता हूँ कि संकट के समय आप मुझे अपने तम्बू में सुरक्षित रखते हैं। बाढ़ कितनी ऊँची क्यों न उठे, किन्तु जलधारा आप पर भरोसा रखने वाले को नहीं छू पायेगी। मुझे ज्ञात है कि आप मेरा दाहिना हाथ पकड़ कर मेरी सहायता करने का… Continue reading संकट के समय प्रार्थना

प्रज्ञा के लिए विनती

सुलेमान ने प्रार्थना की और उन्हें प्रज्ञा मिली। वे राजदण्ड, सिंहासन, धन-दौलत, अमूल्य रत्न, सोना, चाँदी, स्वास्थ्य तथा सौदर्य से अधिक प्रज्ञा चाहते थे। उन्होंने तुझ से प्राप्त प्रज्ञा को अपनी ज्योति बनाने का निर्णय लिया। आज मैं तुझ से प्रार्थना करता हूँ कि मुझे अपनी प्रज्ञा प्रदान कर ताकि मैं तेरे वरदानों का मूल्य… Continue reading प्रज्ञा के लिए विनती