September 8, 2024

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सवेरे की विनती

हे हमारे पिता, मैं विश्वास करता हूँ कि तू यहाँ हाजिर है । मैं सारे दिल से तेरी आराधना करता और तूझे प्यार करता हूँ। तूने मुझको बनाया, अपने पुत्र के मरण द्वारा पाप से छुड़ाया और पवित्र आत्मा की कृपा द्वारा पवित्र किया है तूने सारी रात मुझको संभाला है और नया दिन देखने… Continue reading सवेरे की विनती

प्रज्ञा के लिए विनती

सुलेमान ने प्रार्थना की और उन्हें प्रज्ञा मिली। वे राजदण्ड, सिंहासन, धन-दौलत, अमूल्य रत्न, सोना, चाँदी, स्वास्थ्य तथा सौदर्य से अधिक प्रज्ञा चाहते थे। उन्होंने तुझ से प्राप्त प्रज्ञा को अपनी ज्योति बनाने का निर्णय लिया। आज मैं तुझ से प्रार्थना करता हूँ कि मुझे अपनी प्रज्ञा प्रदान कर ताकि मैं तेरे वरदानों का मूल्य… Continue reading प्रज्ञा के लिए विनती

तेरी शरण

तेरी शरण में हम दौड़ आते हैं, हे ईश्वर की पवित्र माँ।  हम अपनी जरूरत में जो विनती करते हैं, उसे अस्वीकार न कर, लेकिन, हे प्रतापी और धन्य कुँवारी, हमें सदा सब जोखिमों से बचा।  आमेन।