सुलेमान ने प्रार्थना की और उन्हें प्रज्ञा मिली। वे राजदण्ड, सिंहासन, धन-दौलत, अमूल्य रत्न, सोना, चाँदी, स्वास्थ्य तथा सौदर्य से अधिक प्रज्ञा चाहते थे। उन्होंने तुझ से प्राप्त प्रज्ञा को अपनी ज्योति बनाने का निर्णय लिया। आज मैं तुझ से प्रार्थना करता हूँ कि मुझे अपनी प्रज्ञा प्रदान कर ताकि मैं तेरे वरदानों का मूल्य… Continue reading प्रज्ञा के लिए विनती