मत्ती 5:44 – किन्तु मैं कहता हूँ कि अपने शत्रुओं से भी प्यार करो। जो तुम्हें यातनाएँ देते हैं, उनके लिये भी प्रार्थना करो।
पवित्र बाइबल हमें लड़ना नहीं सिखाती है और ना ही यह हमें युद्ध करने को कहती है। परमेश्वर का सुसमाचार हमें प्रेम, धैर्य और सहिष्णुता के बारे में सिखाता है। बाइबल ना केवल हमें उनसे बदला लेने से रोकती है जो हमें नुकसान पहुंचते हैं बल्कि यह हमें उनकी सुरक्षा और समृद्धि के लिए भी प्रार्थना करने को कहती है जो हम पर अत्याचार करते हैं। हिंसा का रास्ता चुनने की जगह हमें उनसे प्यार करके उनके सामने एक महान उदाहरण स्थापित करना चाहिए। मसीह के अनुयायी होने की वजह से हमारे जीवन को पूरी तरह से बाइबल की दी गई शिक्षा के अनुसार होना चाहिए। केवल तभी हम अपने प्रभु की क्षमा और उसके आशीर्वाद को प्राप्त करने में सक्षम होंगे। आमीन।