मानवीय मन के लिए अदृश्य परमेश्वर को जानना एक बहुत बड़ी चुनौती है। बहुत से लोग इसी कारण डरे हुए हैं।
एक और कारण कि क्यों बहुत से लोग परमेश्वर को जानना ही नहीं चाहते हैं, वह यह है कि ऐसा करने से उन्हें अपना जीवन परिवर्तित करना होगा।
यदि कोई ऐसा है जो यह कहता है कि परमेश्वर के बारे में प्रश्न करना ही व्यर्थ है क्योंकि उसका उत्तर ही नहीं दिया जा सकता है तो वह स्वयं के लिए बातों को अत्यन्त आसान बना रहा है।