हे प्रभु हम आप की प्राण-पीडा, क्रूस-मरण तथा पुनरुत्थान की यादगार मनाने वाले हैं। आपने मुझे यह सौभाग्य प्रदान किया कि मैं आप की पवित्र वेदी की सेवा कर सकूँ। इस वरदान के लिए मैं आप को धन्यवाद देता हूँ। जिन रहस्यों को हम मनानेवाले हैं, उनको हृदय से ग्रहण करने तथा उनके अनुसार हमारे जीवन को ढालने की कृपा हमें प्रदान कीजिए। हमें इस योग्य बनाइए कि हम एक दिन सभी सन्तों तथा स्वर्गदूतों के साथ आपके साक्षात् दर्शन कर सकें। हमारे प्रभु मसीह के द्वारा। आमीन।