November 24, 2024

हिन्दी

पछतावे की विनती

हे मेरे ईश्वर, मैं सारे दिल से उदास हूँ कि मैंने तेरी असीम भलाई और बड़ाई के विरूद्ध अपराध किया है। मैं अपने सब पापों से बैर और घिन करता हूँ, इसलिए कि तू, हे मेरे ईश्वर, जो मेरे पूरे प्रेम के इतना योग्य है, मेरे पापों से नाराज हो जाता है और मैं यह… Continue reading पछतावे की विनती