फ़ादर होसे मरिया रुबियो की मृत्यु 2 मई 1929 में कुर्सी पर बैठे हुए आकाश की ओर देखते हुए हुई। ऐसा कहा जाता है कि पूरे मैड्रिड शहर के लोग यह दोहराते रहे कि, “एक सन्त की मृत्यु हो गयी है!” इसका अर्थ है कि जिस तरह से उन्होंने निर्धन लोगों की सहायता की, जैसा… Continue reading फ़ादर होसे मरिया रुबियो – वह आश्चर्यकर्म जिन्होंने उन्हें सन्त बनाया