परमेश्वर ने हमें अपने स्वतंत्र और निस्वार्थ प्रेम में हो कर रचा है। जब एक व्यक्ति प्रेम करता है, तो उसका हृदय बहता फ़व्वारा बन जाता है। वह अपने आनन्द को दूसरों के साथ साझा करना चाहता है। वह इसे अपने सृष्टिकर्ता से प्राप्त करता है। यद्यपि परमेश्वर एक रहस्य है, परन्तु फिर भी… Continue reading क्यों परमेश्वर ने हमारी सृष्टि की?