October 14, 2024

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पश्चाताप के कार्य

हे मेरे परमेश्‍वर, आपके प्रति अपराध करने के कारण मैं अपने हृदय से क्षमा प्रार्थी हूँ और आपके न्याय से भरे हुए दण्ड के कारण मैं अपने सभी पापों से घृणा करता हूँ, परन्तु सबसे अधिक इसलिए क्योंकि मैंने आपका अपराध किया है, हे मेरे परमेश्‍वर, क्योंकि आप पूर्ण रूप से भले और मेरे सारे… Continue reading पश्चाताप के कार्य