हे प्रभु ईश्वर, आप ही जीवन का स्रोत है।
आपने आदम की सृष्टि कर उसे एक उपयुक्त सहयोगिनी प्रदान की।
विवाह संस्कार द्वारा आपने हमें प्रेम के अटूट बंधन में एक दुसरे से जोड़ा है।
आपकी यह इच्छा है कि हम पति-पत्नी बन कर, अपने वैवाहिक जीवन द्वारा,
सब लोगों को मनुष्य के प्रति आप के अनंत प्रेम की याद दिलाते रहें!
हम से आप यह अपेक्षा रखते हैं कि हमारा संबंध प्रभु यीशु तथा कलीसिया के अटल संबंध के सामान दृढ़ बने रहे!
हे प्रभु, हमें अपने वरदानों से भर दीजिये ताकि हम आप के तथा एक दुसरे के प्रति विश्वसनीय रह कर ईमानदारी से अपने कर्तव्यों को निभाते रहें!
स्वर्ग की ओर हमारी तीर्थयात्रा में, सुसमाचारीय शिक्षा पर जीवन बिताने में हम एक दुसरे की सहायता करते रहें!
आपकी करुणा से हमें प्राप्त संतानों की देख-रेख तथा मार्गदर्शन बड़ी तत्परता से कर सकें!
इस प्रकार इस दुनिया में हमारा जीवन समाप्त होने पर हम स्वर्ग पहुँच कर दूतों और संतों के साथ त्रिएक ईश्वर का अनंत काल तक स्तुतिगान कर सकें!
हमारे प्रभु मसीह के द्वारा! आमेन!